हमने पाई है महादेव की अनोखी मूरत
शांति हो, प्रेम हो, युद्ध घमासान न हो
सब के हैं शिव, शिव का सम्मान करो
उनकी भक्ति में कभी कोई व्यवधान न हो
शिव किसी एक के नहीं, एक के इष्ट नहीं
एक शक्ति है जो सृष्टि को जोड़े रखती है
ना ये हिन्दू, ना मुसलमां, ना मज़हब है कोई
एक शक्ति है जो सृष्टि को जोड़े रखती है
प्यार कोई रोग नहीं, प्यार आघात नहीं
प्यार की छाँव में हर आग बुझा करती है
प्यार के बोल ज़माने को सुनाओ तो ज़रा
हरेक घाव-विवाद मुस्कान मिटा सकती है
राहुल उपाध्याय । 26 मई 2022 । सिएटल
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