प्रेम का प्रतीक
जब प्रेम का प्रतीक
साथ दे दे
तो उसे सम्हाल कर साथ लाना
ज़रूरी हो जाता है
पन्द्रह किलो में से
क्या रखूँ, क्या छोड़ूँ?
नानी की बड़े प्यार से रखी मोठ वाली सेंव भी है
किसी की जीवनी
किसी की 'गुनाहों का देवता'
इतना प्रेम कि मन में न समाए
(कविताओं में छलक रहा है)
सूटकेस में क्या समाएगा
प्रेम
ख़रीदा नहीं जा सकता
बेचा नहीं जा सकता
इसकी क़ीमत नहीं आँकी जा सकती
और
इंडिगो वाले
इसका वजन बता रहे हैं
पन्द्रह किलो में से
क्या रखूँ, क्या छोड़ूँ?
आँसू वाला नीला शर्ट
काजल वाला पीला शर्ट
गुलाबी शर्ट
चौकड़ी वाला शर्ट
छोड़ नहीं सकता
तीन पेंट थी
दो रह गई हैं
पाँच टी-शर्ट
तीन हो गए हैं
बनयान पहनना
बंद कर दिया है
राहुल उपाध्याय । 5 अगस्त 2022 । सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश)
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