Saturday, August 27, 2022

Re: इतवारी पहेली: 2022/08/21



On Sun, Aug 21, 2022 at 12:40 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:

इतवारी पहेली:


ये जो असबाब हैं मेरे ### # #

कलियुग में हर ### ## #


असबाब = सामान (घर-गृहस्थी)

(दो अक्षर वाला शब्द अंग्रेज़ी का है पर हिन्दी में प्रचलित है)


इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर। 


जैसे कि:


हे हनुमान, राम, जानकी

रक्षा करो मेरी जान की


ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं। 


Https://tinyurl.com/RahulPaheliya



आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं। 


सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 28 अगस्त को - उत्तर बता दूँगा। 


राहुल उपाध्याय । 21 अगस्त 2022 । सिएटल 















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