On Sun, Aug 21, 2022 at 12:40 AM Rahul Upadhyaya <kavishavi@gmail.com> wrote:
इतवारी पहेली:
ये जो असबाब हैं मेरे ### # #
कलियुग में हर ### ## #
असबाब = सामान (घर-गृहस्थी)
(दो अक्षर वाला शब्द अंग्रेज़ी का है पर हिन्दी में प्रचलित है)
इन दोनों पंक्तियों के अंतिम शब्द सुनने में एक जैसे ही लगते हैं। लेकिन जोड़-तोड़ कर लिखने में अर्थ बदल जाते हैं। हर # एक अक्षर है। हर % आधा अक्षर।
जैसे कि:
हे हनुमान, राम, जानकी
रक्षा करो मेरी जान की
ऐसे कई और उदाहरण/पहेलियाँ हैं। जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं।
Https://tinyurl.com/RahulPaheliya
आज की पहेली का हल आप मुझे भेज सकते हैं। या यहाँ लिख सकते हैं।
सही उत्तर न आने पर मैं अगले रविवार - 28 अगस्त को - उत्तर बता दूँगा।
राहुल उपाध्याय । 21 अगस्त 2022 । सिएटल
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