Saturday, October 23, 2021

लिफ़ाफ़ा

एक लिफ़ाफ़ा था

जिसमें एक चिट्ठी थी

मेरे लिए


जब चाहा पढ़ लेता था

अच्छा लगता था

पढ़ता रहता था

ख़ुश होता रहता था


एक दिन

चिठ्ठी ग़ायब हो गई

लाख ढूँढा

नहीं मिली


मैंने लिफ़ाफ़ा जला दिया 


राहुल उपाध्याय । 23 अक्टूबर 2021 । सिएटल 



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