Wednesday, October 13, 2021

हे भगवान, दो वरदान

हे भगवान, दो वरदान 

खींचो चोटी, पकड़ो खान


गली-गली में यही गान 

हम हैं साधु, सब शैतान


अपना-अपना सबका ज्ञान

अपनी बातें, अपनी शान


आध्यात्म सही, ग़लत विज्ञान

गोबर-गोमूत्र का गुणगान 


घंटों-घंटों कर के ध्यान

बीमार पड़ें, गहें विज्ञान 


खुले हाथों माँगे दान

चाहे गो-भक्षी हो जजमान


ये आतंकी, वो हैवान

सब में परमात्मा है विद्यमान 


तिलक-टोपी से करें पहचान 

और सर्व-कल्याण का करें ऐलान 


राहुल उपाध्याय । 13 अक्टूबर 2021 । रतलाम 






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