कैसे तर्जनी और कनिष्ठा के बीच
रखना है फ़ोन
और कैसे अंगूठे से दबाकर
लेनी है सेल्फ़ी
ताकि कैमरा स्थिर रहे
और फ़ोटो अच्छी आए
तुम्हीं ने था सिखाया
लाख चाह कर भी भूल नहीं पाता हूँ
जब भी लेता हूँ सेल्फ़ी
कि तुम थी सेल्फ़ी क्वीन
और मैं सेल्फ़ी दीन
जितनी भी तुम भेजती थी
मेरा पेट नहीं भरता था
सोचता हूँ
एकलव्य बन जाऊँ
अँगूठा निष्क्रिय कर दूँ
ताकि न रहेगा बांस, न बजेगी बाँसुरी
और मैं शायद तुम्हें थोड़ा भूल पाऊँ
या फ़ोन ही उठा के फेंक दूँ
या लोगों से मिलना-जुलना छोड़ दूँ
राहुल उपाध्याय । 28 जून 2023 । रतलाम
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