Saturday, November 5, 2016

अक्टूबर में हर तरफ़ हंगामा


अक्टूबर में हर तरफ़ हंगामा

कि आप दान करें

नवम्बर में सबका एक ही मत

कि मतदान करें

नागरिकता जो मिली है

उसका मत अपमान करें


उम्मीदवार चाहे जैसे भी हो

जनतंत्र से नहीं छोड़ें उम्मीद 

आज ये हैं, कल कोई और भी होंगे

हर बार नहीं होगी मिट्टी पलीद


जनता के नेता

जनता से भले हों

झूठ बोले

सच की राह पे चले हों


गाढ़ी मेहनत की 

कमाई वो खाए

कभी दुर्बल को

आँख दिखाए


हम और आप में

चाहे विकार भरे हों

पर ये हों पवित्र 

और हर बात में खरे हों


ऐसी आशाओं से

इंकार नहीं

पर ऐसा ही हो

यह स्वीकार नहीं


ईश्वर की सृष्टि में 

फूल हैं तो काँटे भी हैं

समय-समय पे 

सब काम आते भी हैं


हर घर में ट्रम्प हैं

तो हिलेरी भी हैं

ओबामा हैं

मिट् रॉम्नी भी हैं


सब संत हो जाए

कोई आवश्यक नहीं

जेनेटिकली मॉडिफायड सृष्टि

कभी चल सकती नहीं 


आओ विविधता का

हम सम्मान करें

चुनाव प्रणाली पर

विश्वास करें

अपनी भूमिका निभा

नुक़सान करें


सुधार की अपेक्षा

जो हम समाज से करें

क्यूँ हम वो अपेक्षा

अपने आप से करें

झूठ बोलें

सच की राह पे चलें


5 नवम्बर 2016

सिएटल | 425-445-0827

tinyurl.com/rahulpoems 





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