गुरू गोविन्द दोऊ खड़े
खा के लागूँ पाय
भोजन बिना न भजन भए
कहे राहुल कविराय
मोबाईल, चार्जर दोऊ पड़े
काके लागूँ पाय?
बलिहारी चार्जर आप की
जो मोबाईल दियो चलाय
ट्रम्प-हिलेरी दोऊ खड़े
काके दूँ जीताय?
वोट डालना कर्म है
फल पे क्यूँ आँख गड़ाय?
करत-करत अभ्यास के
जड़मति होत सुजान
चाट के रोज़ व्हाट्सैप को
हम भी पा गए ज्ञान
उपाध्याय ग्रुप व्हाट्सैप का
मत छोड़ो मुँह फुलाय
छूटे से फिर ना जुड़े
जुड़े जग-हँसाई हुई जाय
(कबीर एवं रहीम से क्षमायाचना सहित)
7 नवम्बर 2016
सिएटल | 425-445-0827
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