Friday, September 27, 2024

हुआ है प्यार हमें आदमी की तरह

हुआ है प्यार हमें आदमी की तरह

के देंगे छोड़ तुम्हें नौकरी की तरह


के होगा प्यार तुम्हें तो होगा प्यार हमें

न कर सकेंगे कभी प्यार बन्दगी की तरह 


फ़िज़ा में कौन है जो हमें तुम्हारा कहे

जो चल रहा है घड़ी-दर-घड़ी घड़ी की तरह 


यहाँ से लौट भी जाएँ तो क्या हासिल 

वहाँ है कौन जो चाहेगा उसी की तरह


किधर है आश्ना और कौन अजनबी राहुल 

हमें तो जो भी दिखा, दिखा शायरी की तरह


राहुल उपाध्याय । 27 सितम्बर 2024 । होनोलुलु



इससे जुड़ीं अन्य प्रविष्ठियां भी पढ़ें


0 comments: