Monday, May 12, 2008

21 वीं सदी

डूबते को तिनका नहीं 'lifeguard' चाहिए 'graduate' को नौकरी ही नहीं एक 'green card' चाहिए खुशियाँ मिलती थी कभी शाबाशी से हर किसी को अब 'monetary reward' चाहिए जो करते थे दावा हमारी हिफ़ाज़त का उन्हें अपनी ही हिफ़ाज़त के लिये 'bodyguard' चाहिए घर बसाना इतना आसान नहीं इन दिनों कलेजा पत्थर का और हाथ में 'credit card' चाहिए 'blog, email' और 'newsgroup' के ज़माने में भुला दिये गये हैं वो जिन्हें सिर्फ़ 'postcard' चाहिए सिएटल, 24 फ़रवरी 2007

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1 comments:

Harihar said...

राहुल जी, आपने तो हमे घायल कर दिया। अब आगे क्या बोलूं!


गजब का व्यंग्य समाहित है।