बड़े हुए तो क्या हुआ
जैसे शिवराज
मंत्री तक न बन सके
कट गई नाक आज
कट गई नाक आज
कर रहे मोहन ता-ता-थैया
जैसी चलाए पतवार मोदी जी
वैसी चले रे नैया
देश समग्र में एकमात्र वही हैं
जो देश के हित की सोचे
बाक़ी सब हैं चमचे सारे
चूँ तक न कोई बोले
कब तक रहेगा देश हमारा
एक ही सोच में दब के
कब खिलेंगे फूल बगिया में
जिनमें रंग हो सब के
राहुल उपाध्याय । 15 दिसम्बर 2023 । शंघाई से अम्सटर्डम जाते हुए
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