कोई फ़िदा है मेरी हँसी पर
तो कोई मेरी दिलेरी पर
तो कोई ऊटपटाँग बातों पर
तो कोई प्रश्नों की झड़ी पर
तो कोई घुमक्कड़ी पर
तो कोई माँ की सेवा पर
ये सब मेरी रिज्यूमे में
या सी-वी में नहीं मिलेंगे
ये सब अंकित हैं लोगों के दिल पर
मैं काग़ज़ पर नहीं
उनके ज़हन में हूँ
किसी को मेरी कविताएँ याद नहीं हैं
याद है तो
मेरी हँसी
मेरी दिलेरी
मेरी बातें
मेरे प्रश्न
मेरी घुमक्कड़ी
माँ की सेवा
और हाँ कुछ ख़ास लोग
परेशान हैं
मेरी हँसी से
मेरी दिलेरी से
मेरी बातों से
मेरे प्रश्नों से
मेरी घुमक्कड़ी से
माँ की सेवा से
राहुल उपाध्याय । 12 दिसम्बर 2023 । सिंगापुर
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